Wednesday, 22 August 2012

गर्भनिरोधक गोलियों के दुष्प्रभाव


गर्भनिरोधक गोलियों के दुष्प्रभाव


कुछ दुष्प्रभाव भी हैं गर्भनिरोधक गोलियों के

गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल अनचाहे गर्भ से बचने का सबसे आम उपाय है। लेकिन एक ताजा शोध से पता चला है कि इन गोलियों के इस्तेमाल के नुकसान भी हैं। ऐसे में गर्भनिरोधक के रूप में ज्यादा सुरक्षित व आसान उपाय खोजने की जरूरत बढ़ गई है।

गोलियों का असर

गर्भनिरोधक गोलियों के चलते प्रजनन संबंधी समस्याएं आ सकती हैं। गर्भपात और प्रेगनेंसी के बीच लंबे अंतराल के खतरे बढ़ जाते हैं। गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से महिलाओं का प्रतिरोधी तंत्र भी कमजोर हो सकता है। उनमें मेजर हिस्टोकंपेटिबिलिटी काम्पलेक्स (एमएचसी) नामक विभिन्न एमएचसी अणुओं की संख्या घट सकती है। ये अणु विभिन्न बीमारियों से लड़ने का काम करते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर में विभिन्न एमएचसी की मौजूदगी अनिवार्य है। शोध के मुताबिक इसका असर पैदा होने वाले बच्चों पर भी पड़ सकता है। उनकी प्रतिरोधक क्षमता घट सकती है।

शोध

यह निष्कर्ष ब्रिटेन की लिवरपूल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक दल द्वारा किए गए अध्ययन पर आधारित है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में 100 महिलाओं को शामिल किया। (द इंडिपेंडेंट)

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