जानिये महिला नसबंदी कैसे होती है, नसबंदी के तरीकों के बारे में और ऑपरेशन के बाद क्या सावधानी बरतनी चाहिए और इसके साइड इफ़ेक्ट क्या होते हैं। नसबंदी के बाद मासिक धर्म पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या नसबंदी के बाद भी प्रेगनेंसी हो सकती है?
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महिला नसबंदी, गर्भनिरोध का स्थायी तरीका है। यह सर्जरी के द्वारा किया जाता है और इसे करा देने के बाद बच्चा होने की संभावना न के बराबर हो जाती है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ही यह प्रभावी गर्भ निरोधक उपाय है।
पुरुष नसबंदी को वेसेक्टोमी (Vasectomy) और स्त्री नसबंदी को ट्यूबेक्टोमी Tubectomy कहते है। पुरुषों मे वासडिफरेंस जोकि स्पर्म्स को ले जाने वाली नलिका है, को कट कर दिया जाता है जिससे स्पर्म वीर्य / सीमन में न मिलें तथा स्त्री नसबंदी में डिम्बवाहिनी नलिका जिसे इंग्लिश में फैलोपियन ट्यूब कहते हैं, को कट करके अथवा क्लिप करके बाधित कर दिया जाता है जिससे स्पर्म और ओवा (शुक्राणु और अंडाणु) न मिल पाए और निषेचन न हो पाए।
नसबंदी गर्भनिरोधन का स्थायी तरीका है। इसे कराने के बाद व्यक्ति बाँझ हो जाता है। इसलिए बहुत सोच विचार के बाद इसे कराना चाहिए जिससे मन में किसी भी तरह का गिल्ट न रहे। यह बात भी ध्यान रखनी चाहिए कि इस ऑपरेशन के बाद कभी बच्चा नहीं हो पायेगा। यदि आप मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार हों तभी इसे कराएं।
महिला नसबंदी के उपलब्ध प्रकार
सरकारी अस्पतालों, परिवार कल्याण केन्द्रों व चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा लगाये गये शिविरों में इसकी महिला नसबंदी कराने की सुविधा दी जाती है। हमारे देश में ट्यूबेक्टोमी या महिला नसबन्दी के तीन मुख्य तरीके हैं जो की परिस्थिति एवं समय के अनुसार किये जाते हैं।
1- दूरबीन नसबन्दी (लपरोस्कोप) Laparoscopy
लैप्रोस्कोपी में सबसे कम समय, 5 से 10 मिनट ही लगते हैं। इसे कराने के बाद अस्पताल में रहने का समय बहुत ही कम, केवल 6 से 8 घण्टे ही जरूरी है। इसमें एक टांका ही लगाया जाता है और उसका भी निशान नहीं रहता है।
2- मिनी लैप
मिनी लैप ऑपरेशन को बहुत छोटा चीरा लगा कर किया जाता है और इसमें 10 से 20 मिनट का समय ही लगता है।
इस ऑपरेशन में अस्पताल में केवल 24 घण्टे ही रहने की जरूरत है।
3- परम्पागत नसबन्दी postpartum tubal ligation
परम्पागत नसबन्दी का तरीका प्रसव के 3 दिन बाद अधिक सुविधाजनक होता है क्योंकि इस समय महिला अस्पताल में ही होती है और प्रसव के बाद उसे आराम करने का अधिक अवसर मिल जाता है। यह ऑपरेशन कराने के बाद करीब 6 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है। परम्पागत नसबन्दी का तरीका वैसे तो कभी भी किया जा सकता है लेकिन इसके लिए विशेष रूप से अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है।
क्या ऑपरेशन तकलीफदेय होता है?
नहीं, ऑपरेशन के समय दर्द नहीं होता क्योंकि यह एनेस्थीसिया लगाकर किया जाता है।
क्या ऑपरेशन के बाद महिला की सेक्स करने की इच्छा पर असर पडता है?
नहीं, इससे सेक्स करने की इच्छा पर कोई असर नहीं पड़ता। महिला के मासिक धर्म भी पहले जैसे आता है। डिम्ब भी बनता है।
क्या महिला, ऑपरेशन के बाद मोटी हो जाती है?
नहीं। ऐसा नसबंदी कराने से नहीं होता क्योंकि यह ऑपरेशन केवल डिम्बवाहिनी नलिका / फैलोपियन ट्यूब पर असर करता है जोकि किसी भी तरह कोई हॉर्मोन नहीं बनाती।
क्या महिला नसबंदी के बाद गर्भवती हो सकती है?
यह स्थायी और कारगर साधन है। लेकिन कोई भी गर्भनिरोधन का तरीका 100 प्रतिशत कारगर नहीं माना जाता। 1000 मामलों में से करीब 5 महिला ऑपरेशन करा लेने के बाद में गर्भवती हो जाती हैं।
- कुछ मामलों में नसबंदी कराई महिला में प्रेगनेंसी देखी जाती है जोकि निम्न कारणों से हो सकती है:
- महिला का पहले से ही गर्भवती होना।
- फेलोपियन नली की पहचान में डाक्टर से गलतीं।
- डॉक्टर में अनुभव की कमी
- ऑपरेशन का ठीक से न किया जाना
- फालोपियन ट्यूब का खुल जाना
क्या नस दुबारा जोड़ी जा सकती है?
- हॉं, यह सम्भव तो है परन्तु यह काम आसान नहीं है।
- सफलता की संभावना बहुत अधिक कम होती है।
- इसलिए इसे परमानेंट बाँझपन का तरीका मानें।
- इसकी सफलता भी निश्चित नहीं है।
क्या महिला नसबंदी के बाद कमर यां पॉंव में दर्द होता है?
नहीं, ऑपरेशन के कारण किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होती है। अगर कमर या पॉंव में दर्द होता है तो वह किसी अन्य बीमारी के कारण होता हो सकता है इसलिये डाक्टर को दिखा देना चाहिए।
क्या महिला नसबंदी के कराने के बाद मासिक रक्तस्राव में परिवर्तन होता है?
नहीं। अधिकांश शोधों में महिला नसबंदी के बाद रक्तस्राव के पैटर्न में कोई बड़ा बदलाव नहीं पाया। यदि महिला कॉपर टी का प्रयोग क्र रही थी या गर्भनिरोधन की गोलियां ले रही थी तो यह ऑपरेशन करवा लिए जाने के बाद मासिक में रक्तस्राव सामान्य हो सकता है।
ऑपरेशन को जनरल एनेस्थीसिया या लोकल एनेस्थीसिया के द्वारा किया जाना चाहिए?
इस ऑपरेशन को लोकल एनेस्थीसिया में किया जाना चाहिए। जनरल एनेस्थीसिया, अधिक रिस्की है और यदि ओवरडोज़ में कर दिया जाए तो जानलेवा हो सकता है। लोकल एनेस्थीसिया में ऐसा रिस्क नहीं रहता।
महिला नसबंदी के फायदे और नुकसान क्या हैं?
लाभ Advantages of Tubectomy
गर्भावस्था को रोकने में महिला नसबंदी 99% से ज्यादा प्रभावी हो सकती है। ट्यूबल अवरोध (फैलोपियन ट्यूबों को अवरुद्ध करना) और ट्यूबों को निकालने (सल्क्सेक्टोमी) अक्सर तुरंत प्रभावी हो जाते हैं लेकिन डॉक्टर सुझाव देते हैं कि अगले मासिक तक गर्भनिरोधक का उपयोग जारी रखें।
- यह यौन स्वास्थ्य पर कोई दीर्घकालिक प्रभाव नही डालता।
- यह सेक्स ड्राइव को प्रभावित नहीं करता।
- यह यौन संभोग की सहजता को प्रभावित नहीं करेगा या सेक्स के साथ हस्तक्षेप नहीं करेगा (जैसा कि गर्भनिरोधक के अन्य रूप हैं)।
- यह आपके हार्मोन के स्तर को प्रभावित नहीं करेगा।
नुकसान disadvantages of Tubectomy
महिला नसबंदी एसटीआई के विरुद्ध आपकी रक्षा नहीं करती है, इसलिए यदि आप अपने साथी के यौन स्वास्थ्य के बारे में अनिश्चित हैं तो आप अभी भी कंडोम का उपयोग करना चाहिए।
- इसके बाद आपको बच्चा नहीं हो सकता।
- कुछ मामलों में लगातार दर्द रहने के कारण फिर से सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है।
महिला नसबंदी के जोखिम और जटिलतायें Risk and Complications
- आंतरिक रक्तस्राव
- अन्य अंगों को संक्रमण
- ऑपरेशन के बाद अस्थानिक गर्भावस्था
- ऑपरेशन के बाद दर्द
- ऑपरेशन के बाद खून बहना आदि।
स्त्री नसबंदी और पुरुष नसबंदी, कौन सा तरीका सरल है? यह किसे कराना चाहिए?
यह दम्पति पर निर्भर करता है। पुरुष नसबंदी अधिक सरल है और कम रिस्की है। नसबंदी एक सुरक्षित, स्थायी तरीका है इसलिए दम्पति को यह निर्णय सोच-समझ कर करना चाहिए की वे और बच्चा नहीं चाहते। आदर्श रूप में, एक दंपति को दोनों विधियों पर विचार करना चाहिए। यदि दोनों दंपती को स्वीकार्य हैं, तो पुरुष नसबंदी बेहतर होगा क्योंकि यह महिला नसबंदी की तुलना में सरल, सुरक्षित, आसान और कम खर्चीला है।
क्या स्त्री नसबंदी एक्टोपिक गर्भावस्था के खतरे को बढ़ाती है?
नहीं। इसके विपरीत, महिला नसबंदी एक्टोपिक गर्भावस्था के जोखिम को कम कर देती है। महिला नसबंदी के बाद महिलाओं में एक्टोपिक गर्भावस्था की दर प्रति वर्ष प्रति 10,000 महिलाओं में 6 है।
दुर्लभ अवसरों पर कि नसबंदी विफल हो जाती है और गर्भावस्था होती है, इन 100 गर्भधारण के हर 100 (1 में से 3) में से 33 एक्टोपिक हैं। फिर भी, अगर नसबंदी विफल हो जाए तो एक्टोपिक गर्भधारण संभव है।
महिला नसबंदी कहाँ की जा सकती है?
प्रसूति केन्द्रों और बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं जहां सर्जरी की जा सकती है।
लैप्रोस्कोपी के लिए एक बेहतर केंद्र की आवश्यकता होती है, जहां प्रक्रिया नियमित रूप से की जाती है और एनेस्थेटिस्ट उपलब्ध है।
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